Friday, 9 June 2017

पहले घर हुआ करते थे मकान नहीं


पहले घर हुआ करते थे
मकान नहीं
अब मकान हुआ करते है,
घर नहीं
अब आलिशान मकान की भीड़ में
मिलता नहीं घर
उस घर में मिलता नहीं
संयुक्त परिवार
मिलता है तो बस,
कलह, कलेश -कोलाहल
मिलता नहीं प्यार और शांति
मकान में तो मिलता है ,
आधा अधूरा परिवार
माँ बाप है दादा -दादी  नहीं
नाना-नानी नहीं
चारो तरफ सन्नाटा ही सन्नाटा
इस लिए पहले घर हुआ करते थे
मकान नहीं 

Thursday, 27 October 2016

दीपावली का सन्देश

दीपावली का सन्देश 
अगर अपने देश से करते हो प्यार 
तो चाइनीज बस्तुओ का करो बहिस्कार 
धरा के कोने कोने को दियो से
जगमग जगमग कर दो 
लेकिन चीन की लड़िया न लगाओ
अगर अपने देश से.........
उन्होंने हमारे देश को लूटा है
हमारे पीठ पर खंजर भोंका है
उन्हें तुम भी सबक सिखाओ
स्वदेशी बस्तुओ को अपनाओ
अगर अपने देश से..............

Thursday, 1 September 2016

हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना

हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
अगर फेसबुक न होता तो,
हम जैसो का तो नाम ही न होता
गुमनामी के अन्धेरे में खो जाता
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
इतने मित्रो का अम्बार न होता
इंसान अकेला जीवन जीता
किसी को कोई पहचान न पाता
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
किसी के चुटकुले,सुविचारों का
आदान-प्रदान भी न होता
मस्तिष्क का विकास न होता
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
खोये हुए व्यक्ति और पशु का अपना
घर कैसे मिलता
वो इधर उधर ही भटकता
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
राजनीतिक हलचल का पता कैसे चलता
तो चुनाव प्रचार,प्रसार भी न होता
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना
घरेलू नुस्खों का पता कैसे चलता
किसी रोग का निवारण कैसे होता
हे: फेसबुक तुम सदा ही रहना

जन्म तो तुम दे ही देना

जन्म तो तुम दे ही देना
एक बिटिया करे
अपनी माँ से गुहार
जन्म तो तुम दे ही देना अबकी बार 
क्यों कि जीने का तो मेरा भी अधिकार
तुमने भी तो जन्म लिया था
तुम्हे भी तो भरपूर प्यार मिला था
पाल पोस कर बड़ा किया था
फिर क्यों मुझे जन्म देने में
इतनी हो उदास
एक बिटिया करे
अपनी माँ से गुहार

Tuesday, 23 August 2016

कब आओगे श्याम

कब आओगे श्याम

कलयुग में कब आओगे श्याम
गौए भी तुम्हे याद करती है
वन-वन में धेनु चराने कब आओगे श्याम
कलयुग में कब आओगे श्याम
सावन भी हर साल आते है
सूखी वर्षा बरसाते हैं
अमृत की वर्षा कब बरसाओगे श्याम
कलयुग में कब आओगे श्याम
भारत में आतंकी साये हैं
आफत की घटाए हैं
भारत में शांति दिलाने कब आओगे श्याम
गीता का पाठ सुनाने कब आओगे श्याम
कलयुग में कब आओगे श्याम

Saturday, 13 August 2016

    झंडा ऊँचा सदा रहा है
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                                झंडा ऊँचा सदा रहा है,सदा रहेगा
                                        न कभी झुका है न कभी झुकेगा
                                सबके मन को लुभाने वाला
                                        सफ़ेद रंग मन को शांति देने वाला
                                आँखों को सुकून देने वाला
                                          इसमें कोई दाग न लगने देना
                                झंडा ऊँचा सदा रहा है,सदा रहेगा

                             हरा रंग समृद्धि देने वाला
                                        सबके मन को उल्लसित करने वाला
                             हरियाली का एहसास करने वाला
                                        इसकी शान हमेशा कायम रखना
                                झंडा ऊँचा सदा रहा है,सदा रहेगा

                           केसरिया रंग त्याग बलिदान
                                      कुछ कर गुजरने की प्रेरणा देने वाला
                            सबके मन में जोश भरने वाला
                                      हमेशा लहर लहर लहराए तिरंगा
                            झंडा ऊँचा सदा रहा है,सदा रहेगा
                                        न कभी झुका है न कभी झुकेगा   

Friday, 12 August 2016

                                                              डायरी से शायरी

अगर हाथ थामा है तो


"वादा करो
          अगर हाथ थामा है तो
          तो ता उम्र हाथ न छोड़ोगे
बीच राह में तो,
           न छोड़ के जाओगे
ख़ुशी में तो सभी
            साथ देते है,
वादा करो
            गम में भी साथ निभाओगे "



"अगर किसी को मुकम्मल
                          जहाँ मिले,
तो उसकी जिंदगी में
                      बहार आ जाए
अगर रुक गई है जिंदगी
                  तो फिर से चल पड़े
अगर किसी को हम जुबाँ मिले
            तो बातो का सिलसिला
यूं ही चलता रहे
       कोई गिला शिकवा ही न रहे "




 "लोग कहते है कि
                    इश्क़ एक रोग है
 यह एक लाइलाज बीमारी है
      लेकिन इश्क़ का इलाज इश्क़ ही है"