राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी
न तलवार की धार
न बरछी न कटार
बिना हिंसा के दिला दी आजादी
वे थे हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी
सादा जीवन था उनका
विचार आसमान से भी उँचा
कभी न झुकने वाला मस्तक
हाथ में एक मोटी लाठी
चाल थी सबसे निराली
कभी हिम्मत न हारे गॉंधी
प्यार से सभी कहते थे बापू
स्वछता का पाठ पढ़ाते बापू
ऐसे थे हमारे प्यारे बापू
न तलवार की धार
न बरछी न कटार
बिना हिंसा के दिला दी आजादी
वे थे हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गॉंधी
सादा जीवन था उनका
विचार आसमान से भी उँचा
कभी न झुकने वाला मस्तक
हाथ में एक मोटी लाठी
चाल थी सबसे निराली
कभी हिम्मत न हारे गॉंधी
प्यार से सभी कहते थे बापू
स्वछता का पाठ पढ़ाते बापू
ऐसे थे हमारे प्यारे बापू
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