Tuesday, 13 October 2015

स्वदेशी ही अपनाना

स्वदेशी ही अपनाना


२०१५ की दुनिया
यह उस समाज का किस्सा
जहाँ ३० मिनट में आता है पिज्जा
दो सेकेंड में होटल बुक हो जाता
विदेशी चीजों का है बोल-बाला
देश का स्वाभिमान तिल तिल पिस रहा
हमें सबसे यही है कहना
स्वदेशी वस्तुओ को ही अपनाना
अपने देश का स्वाभिमान है बचाना
जिससे हम शान से कह सकें
यह भारत देश हमारा है

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